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From अध्यक्ष की कलम से

अध्यक्ष की कलम से

तीन दशकों से अधिक समय के लिए ग्रामीण युवाओं में उद्यमशीलता की संस्कृति को बढ़ावा देने और ग्रामीण कृषीतर क्षेत्र में उद्यम शुरू करने के लिए उन्हें बढ़ावा देना नाबार्ड की संवर्धनात्मक पहलों में बल क्षेत्र रहा है. ग्रामीण युवाओं को उद्यशीलता के कौशल सिखाने की आवश्यकता को समझते हुए नाबार्ड ने 1990 में उद्यमिता विकास कार्यक्रम (आरर्इडीपी) और कौशल विकास कार्यक्रम (एसडीपी) के माध्यम से क्षमता निर्माण उपाय आरंभ किए.

साथ ही नाबार्ड, रुडसेटी और आरसेटी को अनुदान सहायता प्रदान कर ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के कौशल विकास कार्यक्रमों को सहायता प्रदान करता है. संचयी रूप से नाबार्ड ने 31 मार्च 2018 तक 8.37 लाख बेरोजगार ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 32,520 आरर्इडीपी/ एसडीपी को रु.121.42 करोड़ की सहायता प्रदान की है.

इसके अलावा, सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम (एमर्इडीपी) के माध्यम से स्वयं सहायता समूह सदस्यों के कौशल का उन्नयन करने के लिए नाबार्ड ने 31 मार्च 2017 तक संचयी रूप से 4.40 लाख स्वयं सहायता समूह सदस्यों को 15552 एमर्इडीपी के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया है.

भारत सरकार, राष्ट्रीय और राज्य कौशल विकास ध्येयों के अनुसार हमारी विद्यमान कौशल विकास संबंधी पहलों का विस्तार करने की दृष्टि से हमने हमारे चैनल पार्टनर के रूप में ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने वाले गैर सरकारी संगठनों, एनएसडीसी प्रशिक्षण साझेदारों/ क्षेत्र कौशल परिषदों, सरकारी एजेंसियों और कारपोरेट को शामिल किया है.

नैबस्किल पोर्टल नाबार्ड की एक नर्इ पहल है जिसमें प्रशिक्षण से संबंधित डाटा जैसे प्रशिक्षणार्थियों के प्रोफाइल, प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विवरण, प्रशिक्षणोपरांत व्यवस्था की दर आदि दिया गया है. इस पोर्टल के माध्यम से प्रशिक्षण संस्थाएं नाबार्ड से वित्तीय सहायता के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं. डाटाबेस का निर्माण करने और हमें विभिन्न कार्यक्रमों के नजदीकी से अनुप्रवर्तन में सहायता करने के अलावा इस पहल से ग्रामीण युवाओं को दिए गए प्रशिक्षण का आधार स्तर पर प्रभाव का आकलन करने तथा तदनुसार हमारी नीतियों को परिष्कृत करने में सुविधा होगी.

डॉ हर्ष कुमार भनवाला

अध्यक्ष, नाबार्ड

उद्यम संबंधी आवश्यक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 31 मार्च 2018 की स्थिति के अनुसार रु.121.42 करोड़ की अनुदान सहायता के साथ नाबार्ड ने 32,520 ग्रामीण उद्यमिता विकास कार्यक्रमों/ कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से 8.37 लाख से अधिक बेरोजगार ग्रामीण युवकों को प्रशिक्षण सहायता प्रदान की.

डॉ. जी. आर. चिंताला

अध्यक्ष, नाबार्ड